PM Vishwakarma Yojana: केंद्र सरकार ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से एक है पीएम विश्वकर्मा योजना है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर शिल्पकारों और कारीगरों को कौशल विकास प्रशिक्षण और स्वरोजगार के लिए सहायता प्रदान करती है। आइये जानतें हैं इस योजना के बारे में की कौन कौन इस योजना का लाभ उठा सकता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
वैसे तो इस पीएम विश्वकर्मा योजना के कई लाभ है लेकिन हमने उन चार लाभों के बारे में बताया है जो की सबसे लोकप्रिय हैं:
- आर्थिक सहायता: 3 लाख रुपये का लोन दो चरणों में दिया जाता है।
- कौशल विकास प्रशिक्षण: निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- टूलकिट खरीदने के लिए सहायता: 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
- प्रतिदिन स्टाइपेंड: प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन दिए जाते हैं।
इस योजना का कौन ले सकता है लाभ?
आपको बता दें की यह योजना 18 पारंपरिक व्यापारों से जुड़े लोगों के लिए है, जिनमें शामिल हैं ¹:
- पत्थर तराशने वाले
- पत्थर तोड़ने वाले
- हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
- मूर्तिकार
- टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले
- राजमिस्त्री
- ताला बनाने वाले
- मालाकार
- धोबी और दर्जी
- अस्त्रकार
- नाव निर्माता
- मोची/जूता बनाने वाले कारीगर
- फिशिंग नेट निर्माता
- सुनार
- गुड़िया और खिलौना निर्माता
- नाई
- लोहार
- यदि आप इनमें से किसी व्यवसाय से जुड़े हैं, तो आप पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ ले सकते हैं।
FAQs
पीएम विश्वकर्मा लोन कैसे प्राप्त करें?
पीएम विश्वकर्म योजना के माध्यम से लोन प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरा करना है या फिर अपने नजदीकी CSC केंद्र में जाकर आप लोन के लिए अर्जी डाल सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना का रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
सबसे पहले आपको इसके आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएं.
होम पेज पर आपको कारीगर या शिल्पकार के तौर पर रजिस्टर करें.
अब आपको मोबाइल नंबर और आधार ई-केवाईसी पूरा करना है।
इसके लिए, नज़दीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं.
वहां अपना आवेदन जमा करें.
पीएम विश्वकर्मा लोन की राशि कितनी है?
पहली: 1 लाख रुपये तक: 18 महीने
दूसरी: 2 लाख रुपये तक: 30 महीने